भगवान सपने में आकर देंगे सवालों के जवाब
इंसान के जीवन में कई बार ऐसे अवसर आते हैं जब वह किसी बात को लेकर सही निर्णय पर नहीं पहुंच पाता। उसे यह समझ ही नहीं आता कि उसके लिए क्या सही है और क्या गलत। ऐसे में सिर्फ भगवान ही है जो उसे सही मार्ग दिखा सकते हैं। हमारे धर्म ग्रंथों में कई चमत्कारी मंत्रों का वर्णन है। उसी में से एक मंत्र ऐसा भी है जिसके माध्यम से भगवान स्वयं सपने में आकर आपका मार्गदर्शन करते हैं। यह मंत्र श्रीमद्भागवत गीता से लिया गया है।
मंत्र
ऊँ क्लीं कार्पण्यदोषोपहतस्वभाव: पृच्छामि त्वां धर्मसम्मूढचेता:।
यच्छ्रेय: स्यान्निश्चितं ब्रूहि तन्मे शिष्यस्तेहं शाधि मां त्वां प्रपन्नम।।
(श्रीमद्भागवत गीता- 2/७)
जप विधि
- आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक प्रतिदिन सुबह इस मंत्र की एक माला का जप करें।
- मंत्र जप कुश के आसन पर बैठकर, पूर्व दिशा की ओर मुख व तुलसी की माला से करें।
- मंत्र जप से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अवश्य करें।
- इस प्रकार यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा।
- जब आप किसी बात को लेकर निर्णय न ले पा रहें हो तो रात में इस मंत्र की एक माला जप करके सो जाएं। रात्रि में भगवान स्वयं सपने में आकर आपका मार्गदर्शन करेंगे।
मंत्र
ऊँ क्लीं कार्पण्यदोषोपहतस्वभाव: पृच्छामि त्वां धर्मसम्मूढचेता:।
यच्छ्रेय: स्यान्निश्चितं ब्रूहि तन्मे शिष्यस्तेहं शाधि मां त्वां प्रपन्नम।।
(श्रीमद्भागवत गीता- 2/७)
जप विधि
- आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक प्रतिदिन सुबह इस मंत्र की एक माला का जप करें।
- मंत्र जप कुश के आसन पर बैठकर, पूर्व दिशा की ओर मुख व तुलसी की माला से करें।
- मंत्र जप से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अवश्य करें।
- इस प्रकार यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा।
- जब आप किसी बात को लेकर निर्णय न ले पा रहें हो तो रात में इस मंत्र की एक माला जप करके सो जाएं। रात्रि में भगवान स्वयं सपने में आकर आपका मार्गदर्शन करेंगे।
Comments