आम की लकड़ी का स्वस्तिक

हिन्दू धर्म व भारतीय संस्कृति में मांगलिक चिन्हों का विशेष महत्व है। स्वस्तिक, ऊं, गणेशजी आदि कुछ ऐसे चिन्ह है। जिन्हें बहुत शुभ व मंगलमय माना गया है। इसीलिए शादी हो या अन्य कोई कार्यक्रम इन सभी चिन्हों को पूजन में जरूर किया जाता है। सभी मांगलिक चिन्हों में से स्वस्तिक सबसे कल्याणकारी चिन्ह है। इस चिन्ह को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। जिन्हें शुभ कार्यो में आम की पत्तियों को आपने लोगों को अक्सर घर के दरवाजे पर बांधते हुए देखा होगा क्योंकि आम की पत्ती ,इसकी लकड़ी ,फल को ज्योतिष की दृष्टी से भी बहुत शुभ माना जाता है।

आम की लकड़ी और स्वास्तिक दोनों का संगम आम की लकड़ी का स्वस्तिक उपयोग किया जाए तो इसका बहुत ही शुभ प्रभाव पड़ता है। यदि किसी घर में किसी भी तरह वास्तुदोष हो तो जिस कोण में वास्तु दोष है उसमें आम की लकड़ी से बना स्वास्तिक लगाने से वास्तुदोष में कमी आती है क्योंकि आम की लकड़ी में सकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करती है। यदि इसे घर के प्रवेश द्वार पर लगाया जाए तो घर के सुख समृद्धि में वृद्धि होती है। इसके अलावा पूजा के स्थान पर भी इसे लगाये जाने का अपने आप में विशेष प्रभाव बनता है। इससे घर से कई तरह के वास्तुदोषों का प्रभाव बहुत कम हो जाता है। इसीलिए घर के दरवाजे पर आम की लकड़ी का स्वस्तिक जरूर लगाना चाहिए ताकि घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहे।

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