श्रीरामचरितमानस
गोस्वामी तुलसीदासजी द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस में ऐसी अनेक चौपाइयां लिखी हैं जिनका नित्य जप करने से हर मनोकामना पूरी होती है। ऐसी ही एक चौपाई नीचे लिखी है। इस चौपाई का विधि-विधान से जप करने से बड़े से बड़ा संकट भी टल जाता है।
चौपाई
जो प्रभु दीनदयाला कहावा। आरति हरन बेद जस गाबा।।
जपहिं नामु जन आरत भारी। मिटहिं कुसंकट होहिं सुखारी।।
दीनदयाल बिरद संभारी। हरहु नाथ मम संकट भारी।।
जप विधि
- प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कामों से निपटकर भगवान श्रीराम की पूजा करें।
- इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके तुलसी की माला से इस चौपाई का सच्चे मन से जप करें।
- प्रतिदिन कम से कम 5 माला जप अवश्य करें।
- कुछ ही दिनों में इस चौपाई का प्रभाव दिखने लगेगा और आपके संकट दूर होते चले जाएंगे।
Comments