साईं बाबा के ये 11 वचन
धार्मिक आस्था है कि परब्रह्म अवतार, जगतगुरु, ज्ञान व तप के साक्षात स्वरूप साईं बाबा की शरण जीवन की सारी बुरी वृत्तियो, प्रवृत्तियों व संताप से छुटकारा दिलाने वाली मानी जाती है। ऐसी साईं कृपा सभी सांसारिक कामनाओं, लक्ष्यों को साधने वाली मानी गई है।
गुरुवार का दिन साईं बाबा की भक्ति का शुभ दिन माना जाता है। यह दिन खासतौर पर साईं के दरबार यानी शिरडी या किसी भी साईं मंदिर में जाकर साईं की भक्त वत्सलता से भरे यानी भक्तों के लिए स्नेह व अपार कृपा बरसाने वाले वचनों का याद कर मत्था टेकना तमाम दु:ख-दर्द का दूर करने वाले माने गए हैं।
जानिए, ये 11 साईं के वचन जो भक्त के आत्म विश्वास व मनोबल को बढ़ाने वाले माने जाते हैं -
- जो शिरडी आएगा, आपद दूर भगाएगा।
- मन में रखना पूरा विश्वास, करे समाधी पूरी आस।
- चढे समाधी की सीढ़ी पर। पैर तले दु:ख की पीढ़ी पर।
- जैसा भाव रहा जिस मन का। वैसा रूप हुआ मेरे मन का।
- मेरी शरण आ खाली जाए। हो कोई तो मुझे बताए।
- त्याग शरीर चला जाऊंगा। भक्त हेतु दौड़ा जाऊंगा।
- भार तुम्हारा मुझ पर होगा। वचन न मेरा झूठा होगा।
- मुझे सदा जीवित ही जानो। अनुभव करो सत्य पहचानो।
- आ मदद लो भरपूर। जो मांगा वह नहीं है दूर।
- मुझ में लीन वचन मन काया। उसका ऋण न कभी चुकाया।
- धन्य धन्य वह भक्त अनन्य। मेरी शरण तज जिसे न अन्य।
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