करें हनुमान और मंगल की पूजा...
जीवन में मनोबल और आत्मविश्वास की कमी असफलता का बड़ा कारण बनती है। जरूरी है कि गुण, योग्यता होने के बाद भी मन को व्यर्थ भय और अनिश्चितताओं से भरी सोच से दूर रख पक्के इरादों के साथ आगे बढ़ा जाए।
धर्मशास्त्रों में श्री हनुमान चरित्र शक्ति व मनोबल और मंगल देव की पूजा पराक्रम नियत करने वाली मानी गई है। जिससे कोई भी इंसान पुरुषार्थी बनकर बुलंद हौसले के साथ हर जगह व कार्य में अपना दबदबा बना सफल हो सकता है।
शास्त्रों के मुताबिक मंगलवार को दिन श्री हनुमान और मंगलदेव की उपासना में कुछ विशेष मंत्र और उपाय सफलता की ऐसी ही कामना को पूरा करने वाले माने गए हैं। जानते हैं ये उपाय व मंत्र -
- मंगलवार को पूर्ण पवित्रता के साथ हनुमान मंदिर में श्री हनुमान को मंगल के नीचे लिखा वैदिक मंत्र बोलते हुए सिंदूर व घी के लेप से चोला चढएं, लाल फूल, यज्ञोपवीत के साथ गुड़ के लड्डू का भोग लगाएं। मंत्र है -
ऊँ अग्रिर्मू्र्द्धादव: ककुत्पति पृथिव्याअयमपाग्वं रेताग्वंसि जिन्वति।।
- इस मंगल वैदिक मंत्र के स्मरण के बाद श्री हनुमान को गुग्गल धूप व चमेली के तेल या गाय के घी का दीप जला आरती करें।
- यथाशक्ति हनुमान पूजा व मंगल मंत्रों के स्मरण के बाद मंगल संबंधी चीजों जैसे गुड़, तांबे का बर्तन, मसूर दाल, लाल चंदन या वस्त्र का दान किसी ब्राह्मण या गरीबों को करें।
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