भगवान श्रीराम स्वयं आएंगे

शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु इस सृष्टि के पालनहार हैं और जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, पाप अत्यधिक बढऩे लगता है तब भगवान श्रीहरि धरती पर अवतार लेते हैं। भगवान का अवतार ही धरा से समस्त पापियों का नाश करता है। अभी भगवान विष्णु के नौ मुख्य अवतार हो चुके हैं, ऐसी मान्यता है। इन्हीं नौ प्रमुख अवतारों में से एक है भगवान श्रीराम। श्रीराम अपने भक्तों को सभी सुख प्रदान करने वाले देवता हैं। इनकी भक्ती मात्र से ही किसी भी व्यक्ति के समस्त दुख और कष्ट स्वत: ही शांत हो जाते हैं। प्राचीन काल से ही भगवान श्रीराम के दर्शन प्राप्त करने के लिए कई भक्तों द्वारा कठिन तप किया जाता रहा है। भगवान के दर्शन प्राप्त करने का शास्त्रों में एक सबसे सरल मार्ग बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति रामायाण या श्रीरामचरित मानस का पाठ 108 बार कर लेता है उसे भगवान श्रीराम दिखाई देने लग जाते हैं। इस दौरान का भक्त का मन पूरी तरह भगवान श्रीराम में ही लगा होना चाहिए। अन्य बातों से हटकर जब किसी व्यक्ति का मन केवल भगवान श्रीराम में लग जाता है तो निश्चित ही वह प्रभु के दर्शन अवश्य प्राप्त कर सकता है। संभव है कि भगवान श्रीराम भक्तों को सपनों में दर्शन दें। यदि ऐसा होता है तो समझ लें कि आपकी किस्मत के सितारे चमक गए हैं। फिर हर कदम भाग्य आपका साथ देगा। इस प्रकार जब कोई व्यक्ति 108 बार श्रीरामचरित मानस या रामायण का पाठ कर लेता है तो श्रीराम स्वयं ही भक्त का भूत, भविष्य और वर्तमान बता सकते हैं।

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