सूर्य देव की उपासना
रविवार का दिन सूर्य देव की उपासना का विशेष दिन होता है। ज्योतिष में सूर्य को मस्तिष्क का स्वामी भी माना गया है। इसलिए कुण्डली में सूर्य के अच्छे या बुरे प्रभाव बुद्धि और विवेक पर असर डालते हैं, जिससे जीवन में लाभ-हानि नियत होती है।
अगर आप सुखी और स्वस्थ्य जीवन चाहते हैं या सूर्य दोष दूर कर बुद्धि व यश-सम्मान की कामना है तो यहां बताए जा रहे विशेष सूर्य मंत्रों की स्तुति का पाठ रविवार के दिन यहां बताई जा रही सरल विधि से करें -
- सुबह स्नान कर भगवान सूर्य देव को तांबे के जल भरे कलश में लाल गंध, अक्षत, फूल डालकर अर्घ्य दें।
- इसके बाद सूर्य की ओर मुख कर नीचे लिखी सूर्य मंत्र स्तुति का पाठ शक्ति, सद्बुद्धि, स्वास्थ्य और सम्मान की कामना से करें -
नमामि देवदेवशं भूतभावनमव्ययम्।
दिवाकरं रविं भानुं मार्तण्डं भास्करं भगम्।।
इन्दं विष्णुं हरिं हंसमर्कं लोकगुरुं विभुम्।
त्रिनेत्रं त्र्यक्षरं त्र्यङ्गं त्रिमूर्तिं त्रिगतिं शुभम्।।
- अंत में सूर्यदेव की धूप, दीप से आरती कर दीपज्योति ग्रहण करें।
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